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Saturday, January 22, 2011

देशद्रोहियों से सुर मिलाने वालो को आखरी मौका


भारतीय जनता युवा मोर्चा की एकता यात्रा को मिलता भारी जन समर्थन अलगाववादियों के मूंह पर तमाचा है ! और प्रमाण है कि युवा शक्ति ने जब-२ मोर्चा संभाला तब-2 क्रान्ति हुई है! और एकता यात्रा भी एक क्रांति है! एक संघर्ष है उन नीतियों के खिलाफ जो कई वर्षो से चली आ रही है और कश्मीर को नासूर बना रही है! वोट की राजनीति और एक गलती को छिपाने को की गयी अनेको गलतियां कश्मीर समस्या का मुख्य कारण है! भारतीय जनता पार्टी के यूथ विंग ने जब कश्मीर जा कर लाल चौक पर तिरंगा लहराने का कार्यक्रम बनाया तब से अलगाववादी ताकतों और वोट की राजनीति करने वालो के माथे पर बल पद गया है! और सभी तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग ने यात्रा के पीछे क्या मकसद है उस पर अपनी-२ टिप्पणी शुरू कर दी ! सभी टिप्पणिया देश को तोड़ने वाली लगी और हैरानी हुई कि जब देश का युवा वर्ग कश्मीर में तिरंगा झंडा फेहराना चाहता है और जनजागरण हेतु कोलकाता से कश्मीर तक यात्रा निकाल रहा है तो एक वर्ग जो कि अपने को सभी से ऊपर समझता है टिप्पणिया करना शुरू कर दे और हद तो तब होती है जब जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री ने बयान दिया कि भाजपा कार्यकर्ता कश्मीर में तिरंगा न फेहराये, क्यों कि अधिकारिक कार्यक्रम में तिरंगा फेहराया जायेगा ! लेकिन युवाओं का ये हुजूम लाल चौक तिरंगा फेहराने जाएगा एक सवाल पूछने जायेगा एक जवाब देने जायेगा कि कश्मीर में तिरंगा फेहराया जायेगा सरकारी कार्यक्रम में वो ठीक है लेकिन जो सरेआम देश का राष्ट्र ध्वज जलाया जाता है उसका कौन जिम्मेवार है और ऐसा क्यों होने दिया जाता है! एकता यात्रा जवाब है उन अलगाववादियों को जो कश्मीर को देश से अलग करने पर तुले है और अफ़सोस की बात है केंद्र की सरकार भी ऐसा जुबान बोल रही है जो कही न कही अलगाववादियों को समर्थन दे रही है! पराकाष्टा तब हुई जब जे के एल एफ नाम के एक संघटन के नेता यासीन मलिक ने कहा कि वहा तिरंगा नही बल्कि उनका झंडा फेहराया जायेगा और सभी लोग शान्ति से पचा लेते है!
युवाओं का तूफान जम्मू कश्मीर की ओर बढता गया जनता में राष्ट्रीय एकता कि भावना जगाते हुए जो कि यात्रा का मकसद है उसे पूरा करते हुए यात्रा बढती गयी ! राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा मोर्चा श्री अनुराग ठाकुर के प्रखर नेतृत्व में युवाओं में जोश देखने को मिल रहा है! लेकिन यात्रा पर जम्मू में प्रतिबन्ध लगने के बाद भी यात्रा का जारी रखना नेतृत्व और अन्य युवाओं के अद्वितीय सहस का परिचायक है ! अनुराग ठाकुर ने ओमर अब्दुल्ला को तिरंगा फेहराने को न्योता देकर उनको सुधरने का एक मौका दिया है !उनको इस मौके का फायदा उठा के अपने राष्ट्र के प्रति निष्ठा का परिचय देना चाहिए! आज शंका का माहोल है कि के होगा और युवा कहते है कि जो भी कश्मीर तो जायेंगे और तिरंगा भी फेहरएंगे! एकता यात्रा से जो माहोल बन रहा है उसका केंद्र सरकार को फायदा उठा कर राष्ट्रविरोधी ताकतों को देश से उखाड़ फेंकना चाहिए! पर सरकार कि ऐसी मंशा है लगता नही है! सरकार भी न जाने किस दबाव में है और कश्मीर कि समस्या का समाधान करने कि इच्छुक नही लगती है! आज एक महत्वपूर्ण समय है कश्मीर को बचाने और अलगाववादियों को मूंह तोड़ जवाब देने के लिए भाजयुमो की एकता यात्रा को रोकने का असफल प्रयास करने वाली ताकतों को चेतावनी है कि यात्रा में सहयोग करे राष्ट्र की एकता और अखंडता बनाने में और अलगाववादी ताकतों को मार भगाने में ही सभी की भलाई है! और यदि रोकने या टोकने की कोशिश हुई तो वो दिन भी जल्दी देखने को मिल सकता है जब भारत का युवा केंद्र सरकार को नाको चने चबवा दे! और युवाओं के तूफ़ान का सामना करने की हिम्मत इस सरका में नही है तब अलगाववादियों की भाषा बोलने वालो का क्या हश्र होगा इसकी केवल काल्पन ही की जा सकती है!
कश्मीर की धरती से भारत माँ ने पुकारा है
दूर हटो देश द्रोहियों कश्मीर हमारा है
सौरभ चौहान
शिमला

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