कश्मीर अपने देश का अभिन्न अंग है ! हमारे कुछ नेताओ कि महत्वकांक्षाओ के कारण कश्मीर आज नासूर बन बता है! इतनी सहायता केंद्र से मिल रही है फिर भी भूख और गरीबी का दर्शन और अब यर आग जिसके ताप से सारा देश ताप रहा है! ये देश अपनी मातृभूमि है! और कश्मीर इसका मुकुट है! आज सेना ने अपाल की है कि हुर्रियत के बहकावे में कश्मीर कि जनता न आये! लेकिन इस सरकार का कोन इलाज करेगा जिसे किसी खास वर्ग के तुष्टिकरण का रोग लगा हुआ है! और दूर से तमाशा देख कर तालिया बजा रही है ! कश्मीर की आग सारे देश का मोहोल ख़राब कर रही है
क्या कारण है कि सरकार मजबूर नज़र आ रही है? इस सरकार कि मुस्लिम तुष्टिकरण कि नीति भी समाज नही आ रही ! मुस्लिम इस देश का नागरिक है और आतंकवाद और अलगाववाद का खत्म चाहता है और अपनी उन्नति चाहता है! लेकिन कुछ दल उनका " उत्थान " के लिए चिंतित है और उन्हें अलग कर के उत्थान करना चाहते है! लेकिन एक बात भूल जाते है कि सबका विकास इस समाज में रह कर हो सकता है! अगर अपने हाथ में दर्द हो तो उसका इलाज़ काट कर नही किया जा सकता! वेसे हे अगर किसी कि उन्नति कि बात है तो मुख्यधारा में ला कर हे हो सकती है! लेकिन इस तरह की घटिया राजनीति वाले आज असमंझस कि स्थीती में है जबकि राष्ट्रभक्त और साचा मुसलमान आज कश्मीर कि आग बुझाना चाहता है! लेकिन इस से सरकार कि राजनीति ख़त्म हो जाएगी!
क्या कारण है कि सरकार मजबूर नज़र आ रही है? इस सरकार कि मुस्लिम तुष्टिकरण कि नीति भी समाज नही आ रही ! मुस्लिम इस देश का नागरिक है और आतंकवाद और अलगाववाद का खत्म चाहता है और अपनी उन्नति चाहता है! लेकिन कुछ दल उनका " उत्थान " के लिए चिंतित है और उन्हें अलग कर के उत्थान करना चाहते है! लेकिन एक बात भूल जाते है कि सबका विकास इस समाज में रह कर हो सकता है! अगर अपने हाथ में दर्द हो तो उसका इलाज़ काट कर नही किया जा सकता! वेसे हे अगर किसी कि उन्नति कि बात है तो मुख्यधारा में ला कर हे हो सकती है! लेकिन इस तरह की घटिया राजनीति वाले आज असमंझस कि स्थीती में है जबकि राष्ट्रभक्त और साचा मुसलमान आज कश्मीर कि आग बुझाना चाहता है! लेकिन इस से सरकार कि राजनीति ख़त्म हो जाएगी!
यदि ऐसा नही है तो क्यों वहा सख्त कदम नही उठाती?
क्यों गिलानी को सजा सुनाती?
मीर्वैज़ को सजा सुने जाए जिसकी सभा में भारत का झंडा जलता है! पकिस्तान के झूठन का स्वाद लेने वाले ये कुत्ते दरअसल भारत की रोटी से ही पलते है! इनको पालने का बजे इनको मार दिया जाए ताकि कश्मीरी आवाम चेन की सांस ले सके!
आज जरुरत है सख्त कदम की! वहा ऐसे हालात क्यों पैदा हुए? क्या कारण है इतना खास होने के बाद भी वहा हालात जस के तस है
और वहा ३७० धरा समाप्त हो जिस से मुख्यधारा में ला कर कश्मीर का विकास हो क्यों कि कश्मीर कि विशेष उन्नति आज सब क सामने है जो भी दोषी है उसे सजा मिले नही तो एक बार फिर जनता अपना न्याय खुद करेगी! आन्दोलन होगा और गुनाहगार का सर होगा जनता का जूता होगा और ये छद्दम सेकुलरिस्ट भी सजा के पात्र है क्यों की समाज को बांटने में ये माहिर है..! आम जनता सोचे कि एक देश में दो संविधान , निशाँ का क्या काम है! ये भारत देश है! तिरंगा इसका झंडा है! अपनी माता है ये देश! इसकी अस्मिता से खिलवाड़ करने वाले बाज़ आये!
राहो में रूकावटो को क्यों जगह दे हम
ये अपनी राह है यहाँ सिर्फ हम चलेंगे!!
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